Worksheet of Tatantra Vamiro

 निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए -

1.तताँरा वामीरो प्रेम कथा का संदेश अपने शब्दों में लिखिए| 

2.तताँरा वामीरो की प्रेम कथा निकोबारी उनके घर में क्यों सुनाई जाती है ?

3.अंडमान निकोबार द्वीप कहां स्थित है ?तथा  तताँरा वामिरो  का मूल कथ्य क्या है ?

 4.पाठ के आधार पर  तताँरा का चरित्र चित्रण कीजिए।

 5.पाठ के आधार पर वामीरो का चरित्र चित्रण कीजिए ?

6.परंपराएं या मान्यताएं जब बंधन लगने लगे तो उनका टूट जाना ही क्यों अच्छा है? 

7.तताँरा वामीरो ने अपने प्रेम के लिए क्या-क्या किया ?

8.तताँरा और वामीरो की मृत्यु कैसे हुई?

9. पाठ के आधार पर लिखिए गांव वाले तथा परिवार वाले तताँरावामीरो के रिश्ते के विरुद्ध क्यों थे ?

10.रूढ़ियां जब बंधन बन जाए तब उनका टूटना ही अच्छा है क्यों ?स्पष्ट कीजिए।

 11. वामीरो से मिलने के बाद तताँरा के जीवन में क्या परिवर्तन आया?

12. पहले मना करने के बाद भी वामीरो तताँरा से मिलने क्यों आई ?तताँरा से प्रथम मिलन के बाद वामीरो की दशा का वर्णन कीजिए।


1.निम्नलिखित गद्यांश को  पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-


 सदियों पूर्व, जब लिटिल अंदमान और कार-निकोबार आपस में जुड़े हुए थे, तब वहाँ एक सुंदर-सा गाँव था। पास में एक सुंदर और शक्तिशाली युवक रहा करता था। उसका नाम था तताँरा। निकोबारी उसे बेहद प्रेम करते थे। तताँरा एक नेक और मददगार व्यक्ति था। सदैव दूसरों की सहायता के लिए तत्पर रहता। अपने गाँव वालों को ही नहीं, अपितु समूचे द्वीपवासियों की सेवा करना अपना परम कर्तव्य समझता था। उसके इस त्याग की वजह से वह चर्चित था सभी उसका आदर करते। वक्त मुसीबत में उसे स्मरण करते और वह भागा-भागा वहाँ पहुँच जाता। दूसरे गाँवों में भी पर्व-त्योहारों के समय उसे विशेष रूप से आमंत्रित किया जाता। उसका व्यक्तित्व तो आकर्षक था ही, साथ ही आत्मीय स्वभाव की वजह से लोग उसके करीब रहना चाहते। पारंपरिक पोशाक के साथ वह अपनी कमर में सदैव एक लकड़ी की तलवार बाँधे रहता। लोगों का मत था, बावजूद लकड़ी की होने पर, उस तलवार में अद्भुत दैवीय शक्ति थी। तताँरा अपनी तलवार को कभी अलग न होने देता। उसका दूसरों के सामने उपयोग भी न करता। किंतु उसके चर्चित साहसिक कारनामों के कारण लोग-बाग तलवार में अद्भुत शक्ति का होना मानते ये। ततौरा की तलवार एक विलक्षण रहस्य थी।


(क) सभी लोग तताँरा का आदर क्यों करते ये?

 (ख) तताँरा की पोशाक की क्या विशेषता वी?

(ग) तताँरा की तलवार एक विलक्षण रहस्य थी। इसका कारण स्पष्ट कीजिए 


निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए


किसी तरह रात बीती। दोनों के हृदय व्यथित थे। किसी तरह आँचरहित एक ठंडा और ऊबाऊ दिन गुज़रने लगा। शाम की प्रतीक्षा थी। तताँरा के लिए मानो पूरे जीवन की अकेली प्रतीक्षा थी। उसके गंभीर और शांत जीवन में ऐसा पहली बार हुआ था। वह अचंभित था, साथ ही रोमांचित भी दिन ढलने के काफी पहले वह लपाती की उस समुद्री चट्टान पर पहुँच गया। वामीरो की प्रतीक्षा में एक-एक पल पहाड़ की तरह भारी था। उसके भीतर एक आशंका भी दौड़ रही थी। अगर वामीरो न आई तो? वह कुछ निर्णय नहीं कर पा रहा था। सिर्फ प्रतीक्षारत था। बस आस की एक किरण थी जो समुद्र की देह पर डूबती किरणों की तरह कभी भी डूब सकती थी। वह बार-बार लपाती के रास्ते पर नज़रें दौड़ाता। सहसा नारियल के झुरमुटों में उसे एक आकृति कुछ साफ हुई... कुछ और... कुछ और । उसकी खुशी का ठिकाना न रहा। सचमुच वह वामीरो थी। लगा जैसे वह घबराहट में थी। वह अपने को छुपाते हुए बढ़ रही थी। बीच-बीच में इघर-उघर दृष्टि दौड़ाना न मूलती। फिर तेज़ कदमों से चलती हुई तताँरा के सामने आकर ठिठक गई। दोनों शब्दहीन थे। कुछ था जो दोनों के भीतर बह रहा था। एकटक निहारते हुए वे जाने कब तक खड़े रहे। सूरज समुद्र की लहरों में कहीं खो गया था। अंधेरा बढ़ रहा था। अचानक वामीरो कुछ सचेत हुई और घर की तरफ़ दौड़ पड़ी। तताँरा अब भी वहीं खड़ा था...निश्चल...शब्दहीन।


(क) तताँरा क्यों अचंभित था?

(ख) वामीरो चारों ओर दृष्टि क्यों दौड़ा रही थी?

(ग) 'कुछ वा जो दोनों के भीतर बह रहा था' यहाँ 'कुछ' किसके लिए प्रयुक्त हुआ है?


 निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-


कुछ समय बाद पासा गाँव में "पशु-पर्व का आयोजन हुआ पशु-पर्व में हण्ट-पुष्ट पशुओं के प्रदर्शन के अतिरिक्त पशुओं से युवकों की शक्ति परीक्षा प्रतियोगिता भी होती है वर्ष में एक बार सभी गाँव के लोग हिस्सा लेते हैं। बाद में नृत्य-संगीत और भोजन का भी आयोजन होता है।

(क) पासा गाँव में क्या आयोजन हुआ?

(ख) पशु-पर्व में क्या-क्या होता है?

(ग) इसमें लोग मनोरंजन कैसे करते हैं? ग्रामीण जीवन में ऐसे पर्वों का क्या महत्त्व है?

 निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए


तताँरा एक नेक और मददगार व्यक्ति था। सदैव दूसरों की सहायता के लिए तत्पर रहता। अपने गाँववालों को ही नहीं, अपितु समूचे द्वीपवासियों की सेवा करना अपना परम कर्तव्य समझता था। उसके इस त्याग की वजह से वह चर्चित था। सभी उसका आदर करते। वक्त मुसीबत में उसे स्मरण करते और वह भागा-भागा वहाँ पहुँच जाता। दूसरे गाँवों में भी पर्व-त्योहारों के समय उसे विशेष रूप से आमंत्रित किया जाता। उसका व्यक्तित्व तो आकर्षक वा ही, साथ ही आत्मीय स्वभाव की वजह से लोग उसके करीब रहना चाहते।


(क) तताँरा अपना कर्तव्य क्या समझता था?

(ख) दूसरे गाँव के लोग ततौरा का सम्मान क्यों और कैसे करते वे? 

(ग) प्रस्तुत गद्यांश के आधार पर ततौरा की दो विशेषताएँ लिखिए।


निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए कुछ समय बाद पासा गाँव में पशु-पर्व' का आयोजन हुआ। पशु-पर्व में हष्ट-पुष्ट पशुओं के प्रदर्शन के अतिरिक्त पशुओं से युवकों की शक्ति परीक्षा प्रतियोगिता भी होती है। वर्ष में एक बार सभी गाँव के लोग हिस्सा लेते हैं। बाद में नृत्य-संगीत और भोजन का भी आयोजन होता है। शाम से सभी लोग पासा में एकत्रित होने लगे। धीरे-धीरे विभिन्न कार्यक्रम शुरू हुए। तताँरा का मन इन कार्यक्रमों में तनिक न था। उसकी व्याकुल आँखें वामीरो को ढूँढने में व्यस्त थीं। नारियल के झुंड के एक पेड़ के पीछे से उसे जैसे कोई झाँकता दिखा। उसने थोड़ा और करीब जाकर पहचानने की चेष्टा की। वह वामीरो थी जो भयवश सामने आने में झिझक रही थी। उसकी आँखें तरल थीं होंठ काँप रहे थे ततौरा को देखते ही वह फूटकर रोनी लगी। तताँरा विह्वल हुआ। उससे कुछ बोलते ही नहीं बन रहा था। रोने की आवाज़ लगातार ऊँची होती जा रही थी। तताँरा किंकर्तव्यविमूढ़ था। वामीरो के रुदन स्वरों को सुनकर उसकी माँ वहाँ पहुँची और दोनों को देखकर आग बबूला हो उठी।


(क) पशु-पर्व कहाँ आयोजित हुआ? क्यों?

(ख) तताँरा का मन कार्यक्रम में क्यों नहीं लग रहा वा?

(ग) वामीरो कहाँ भी, क्यों झिझक रही थी?

 निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए तारा एक नेक और मददगार व्यक्ति था। सदैव दूसरों की सहायता के लिए तत्पर रहता अपने गाँव वालों की ही नहीं अपितु समूचे द्वीपवासियों की सेवा करना अपना परम कर्तव्य समझता था। उसके इस त्याग की वजह से वह चर्चित था। सभी उसका आदर करते। वक्त मुसीबत में उसे स्मरण करते और वह भागा-भागा वहाँ पहुँच जाता। उसका व्यक्तित्व तो आकर्षक था ही, साथ ही आत्मीय स्वभाव की वजह से लोग उसके करीब रहना चाहते। पारंपरिक पोशाक के साथ वह अपनी कमर में सदैव एक लकड़ी की तलवार बाँधे रहता। लोगों का मत था, बावजूद लकड़ी की होने पर, उस तलवार में अद्भुत दैवीय शक्ति थी। 

(क) तताँरा का आदर सभी लोग क्यों करते वे? 

(ख) लोग उसके करीब क्यों रहना चाहते थे ?

(ग) तताँरा की तलवार के बारे में लोगों का क्या विश्वास था?


निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए क्रोध में उसने तलवार निकाली और कुछ विचार करता रहा। क्रोध लगातार अग्नि की तरह बढ़ रहा था। लोग सहम उठे। एक संनाटा-सा खिंच गया। जब कोई राह न सूझी, तो क्रोध का शमन करने के लिए उसमें शक्ति भर उसे धरती में घोंप दिया और ताकत से उसे खींचने लगा। वह पसीने से नहा उठा। सब प्रबराए हुए थे। वह तलवार को अपनी तरफ खींचते-खींचते दूर तक पहुँच गया। वह हौंफ रहा था। अचानक जहाँ तक लकीर खिंच गई थी, वहाँ एक दरार होने लगी। मानो धरती दो टुकड़ों में बंटने लगी हो। एक गड़गड़ाहट-सी गूंजने लगी और लकीर की सीध में धरती फटती ही जा रही थी। द्वीप के अंतिम सिरे तक ततौरा धरती को मानो क्रोध में काटता जा रहा था। सभी भयाकुल हो उठे। लोगों ने ऐसे दृश्य की कल्पना न की थी, वे सिहर उठे।


(क) तताँरा के क्रोध का क्या कारण था?

(ख) क्रोध को शान्त करने के लिए तताँरा ने क्या किया ?

(ग) लोग भय से क्यों सिहर उठे?

निम्नलिखित गद्यांश को  पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए सदियों पूर्व, जब लिटिल अंदमान और कार-निकोबार आपस में जुड़े हुए थे, तब वहाँ एक सुंदर-सा गाँव था। पास में एक सुंदर और शक्तिशाली युवक रहा करता था। उसका नाम था तताँरा। निकोबारी उसे बेहद प्रेम करते थे। तताँरा एक नेक और मददगार व्यक्ति था। सदैव दूसरों की सहायता के लिए तत्पर रहता। अपने गाँव वालों को ही नहीं, अपितु समूचे द्वीपवासियों की सेवा करना अपना परम कर्तव्य समझता था। उसके इस त्याग की वजह से वह चर्चित था सभी उसका आदर करते। वक्त मुसीबत में उसे स्मरण करते और वह भागा-भागा वहाँ पहुँच जाता। दूसरे गाँवों में भी पर्व-त्योहारों के समय उसे विशेष रूप से आमंत्रित किया जाता। उसका व्यक्तित्व तो आकर्षक था ही, साथ ही आत्मीय स्वभाव की वजह से लोग उसके करीब रहना चाहते। पारंपरिक पोशाक के साथ वह अपनी कमर में सदैव एक लकड़ी की तलवार बाँधे रहता। लोगों का मत था, बावजूद लकड़ी की होने पर, उस तलवार में अद्भुत दैवीय शक्ति थी। तताँरा अपनी तलवार को कभी अलग न होने देता। उसका दूसरों के सामने उपयोग भी न करता। किंतु उसके चर्चित साहसिक कारनामों के कारण लोग-बाग तलवार में अद्भुत शक्ति का होना मानते ये। ततौरा की तलवार एक विलक्षण रहस्य थी।


(क) सभी लोग तताँरा का आदर क्यों करते ये? (ख) तताँरा की पोशाक की क्या विशेषता वी?

(ग) तताँरा की तलवार एक विलक्षण रहस्य थी। इसका कारण स्पष्ट कीजिए।

(घ) पाठ तथा लेखक का नाम लिखिए।

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए-

क्रोध में उसने तलवार निकाली और कुछ विचार करता रहा। क्रोध लगातार अग्नि की तरह बढ़ रहा था। लोग सहम उठे। एक सन्नाटा-सा खिंच गया। जब कोई राह न सूझी तो क्रोध का शमन करने के लिए उसमें शक्ति भर उसे धरती में घोंप दिया और ताकत से उसे खींचने लगा। वह पसीने से नहा उठा। सब घबराए हुए थे। वह तलवार को अपनी तरफ खींचते-खींचते दूर तक पहुँच गया वह हाफ रहा था। अचानक जहाँ तक लकीर खिंच गई थी, वहाँ एक दरार होने लगी। मानों घरती दो टुकड़ों में बँटने लगी हो। एक गड़गड़ाहट-सी गूंजने लगी और लकीर की सीध में धरती फटती ही जा रही थी। द्वीप के अंतिम सिरे तक ततारा धरती को मानों क्रोध में काटता जा रहा था। सभी भयाकुल हो उठे। लोगों ने ऐसे दृश्यकी कल्पना न की थी, वे सिहर उठे।

(क)तताँरा के क्रोध के कारणों को स्पष्ट कीजिए।

(ख) क्रोध को शांत करने के लिए तताँरा ने क्या किया?

(ग) तलवार से लकीर खींचकर धरती को फाड़ना अविश्वसनीय है, फिर भी यह कहानी मन को छूती है,ऐसा क्यों?


 निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए -

"वामीरो घर पहुंचकर भीतर ही भीतर कुछ बेचैनी महसूस करने लगी। उसके भीतर तताँरा से मुक्त होने की एक झूठी छटपटाहट थी। एक झल्लाहट में उसने दरवाज़ा बंद किया और मन को किसी और दिशा में ले जाने का प्रयास किया। बार-बार तताँरा का याचना भरा चेहरा उसकी आँखों में तैर जाता। उसने तताँरा के बारे में कई कहानियाँ सुन रखी थी। उसकी कल्पना में वह एक अद्भुत, साहसी युवक या किन्तु वही तताँरा उसके सम्मुख एक अलग रूप में आया सुंदर, बलिष्ठ किंतु बेहद शांत, सभ्य और भोला। उसका व्यक्तित्व कदाचित वैसा ही था जैसा वह अपने जीवन-साथी के बारे में सोचती रही थी। किंतु एक दूसरे गाँव के युवक के साथ यह संबंध परंपरा के विरुद्ध था।"


(क) पाठ और लेखक का नाम लिखिए।

(ख) वामीरो तताँरा के विषय में किस विचार से मुक्त होना चाहती वी? उसकी मुक्त होने की छटपटाहट को झूठी क्यों कहा गया है?

(ग) ततारा के याचना भरे चहरे में कौन-से भाव छिपे हुए वे?

 (घ) वामीरो कैसे जीवन-सायी की कल्पना करती थी? उसकी यह कल्पना साकार क्यों नहीं हो  पा रही ही?




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